रामनगर। रामनगर-हल्द्वानी मार्ग पर कोसी बैराज के पास सड़कों पर घूमता हुआ एक सांभर हिरण वन विभाग की टीम द्वारा सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया। पिछले कुछ दिनों से यह हिरण पर्यटकों और राहगीरों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। लोग इसके साथ सेल्फी लेने में व्यस्त रहते थे, वहीं कई लोगों ने इसे बिस्कुट जैसे अनुपयुक्त खाद्य पदार्थ भी खिलाए, जिससे इसकी जान को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया। इस कारण मार्ग पर कई बार जाम की स्थिति भी बन गई थी। रामनगर वन प्रभाग के रेंज अधिकारी शेखर तिवारी ने बताया कि वन्यजीव और आम जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सीएफ के आदेश और डॉ- साकेत बडोला के निर्देशन में रामनगर वन विभाग ने कोसी बैराज से हिरण को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया। रेस्क्यू के बाद इसे कॉर्बेट टाइगर रिजर्व क्षेत्र में स्थित रेस्क्यू सेंटर भेजा गया है, जहां अब विशेषज्ञों द्वारा इसकी पूरी देखरेख की जाएगी। यह रेस्क्यू सेंटर में लाया गया पहला सांभर हिरण है, जिसे वन्यजीव संरक्षण की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धि माना जा रहा है। वन्यजीव संरक्षण को मजबूत करने के लिए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण ने 23 मार्च 2025 को इस रेस्क्यू सेंटर की क्षमता बढ़ाने की स्वीकृति दी थी। अब यहां 32 बाघ, 48 गुलदार, 5 हाथी, विभिन्न हिरण प्रजातियाँ और पहली बार कुमाऊँ क्षेत्र के घायल पक्षियों का इलाज भी किया जाएगा। इस कदम को कॉर्बेट लैंडस्केप और आसपास के वन क्षेत्रें में घायल, बीमार या भटके हुए वन्यजीवों को समय पर सुरक्षित संरक्षण और इलाज मुहैया कराने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वन विभाग ने आम जनता से भी अपील की है कि वन्यजीवों को भोजन न कराएँ, उनके साथ सेल्फी लेने से बचें और किसी भी वन्यजीव को आबादी में देखने पर तुरंत वन विभाग को सूचना दें। छोटी सी लापरवाही किसी बेजुबान की जान पर भारी पड़ सकती है।
रामनगर में सड़क पर घूम रहे सांभर का रेस्क्यू:कॉर्बेट के रेस्क्यू सेंटर में लाया गया पहला सांभर
byAman Singh
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