रूद्रपुर। चंदोला होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के एमडी एवं उत्तराखण्ड आयुष परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. केसी चंदौला को आयुष के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए हल्द्वानी में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में सम्मानित किया गया। उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित 7वें कृषि और सम्बद्ध विज्ञान में नवाचार और वर्तमान प्रगति सम्मेलन में देश और विदेश से करीब 500 शोधकर्ता, वैज्ञानिक और शिक्षाविद शामिल हुए। दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन आस्था फाउंडेशन, मेरठ और उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। सम्मेलन के मुख्य विषयों में कृषि विकास, पशु चिकित्सा, होम्योपैथिक चिकित्सा और जैव प्रौद्योगिकी की नवीन विधियों पर व्यापक चर्चा की गई। सम्मेलन के दौरान होम्योपैथिक चिकित्सा की पशुओं के उपचार में भूमिका, कीटनाशकों के पर्यावरण अनुकूल विकल्प के रूप में उपयोग और कृषि उत्पादन में इसका योगदान विषय पर भी मंथन किया गया। सम्मेलन के दौरान नवीन कृषि तकनीक, पशु चिकित्सा में होम्योपैथिक उपचार, जैव प्रौद्योगिकी के नवाचार और अनुसंधान को व्यावहारिक रूप में लागू करने के तरीके पर व्यापक चर्चा हुई। इस दौरान उपस्थित विशेषज्ञों ने डॉ. केसी चंदौला के योगदान की सराहना करते हुए उन्हें सम्मानित किया। सम्मान स्वरूप उन्हें टोपी पहनाई गई, शॉल ओढ़ाई गई और स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। सम्मेलन में डॉ. केसी चंदौला ने आयुष, होम्योपैथी, आयुर्वेद और जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों और उनके उपयोगिताओं पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस तरह के सम्मेलन ज्ञान, नवाचार और अनुसंधान को साझा करने का बेहतरीन माध्यम हैं और यह आयुष क्षेत्र में नई दिशा प्रदान करते हैं। सम्मेलन में उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नवीन चन्द्र लोहनी, उत्तराखण्ड काउंसिल ऑफ बायोटेक्नॉलॉजी हल्द्वानी पंतनगर के निदेशक डॉ. संजय शर्मा, प्रो. आनंद सिंह जीना, डॉ. एसपी सिंह, डज्ञ. एसएस कुंजवाल, प्रो. महेन्द्र सिंह सहित कई प्रमुख वैज्ञानिक और शिक्षाविद उपस्थित रहे।
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में सम्मानित हुए डॉ. केसी चंदौला, तरह के सम्मेलन ज्ञान, नवाचार और अनुसंधान को साझा करने का बेहतरीन माध्यम
byAman Singh
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