पहले समझिए आखिर है क्या थाइरॉइड?
थाइरॉइड आपके शरीर में, गले के भीतर, पीछे की ओर स्थित तितली के आकार की एक ग्रन्थि या ग्लैंड है। इससे थाइरॉइड नामक हार्मोन स्रावित होता है जो खून के बहाव के साथ पूरे शरीर में फैलता है। थाइरॉइड का मुख्य काम आपके शरीर मे मेटाबोलिज्म को नियंत्रित करना होता है। इस हार्मोन का असंतुलन ही कई प्रकार की दिक्कतें पैदा करता है। आंकड़े बताते हैं कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं थाइरॉइड सम्बन्धी समस्याओं की शिकार अधिक होती हैं। लगभग हर 8 में 1 महिला इस समस्या का शिकार होती हैं। थाइरॉइड दो प्रकार से आपको प्रभावित कर सकता है। हायपरथाइरॉइडिज्म और हायपोथाइरॉइडिज्म।
हायपरथाइरॉइडिज्म की लक्षण:-
●वजन का कम होना
●सामान्य से अधिक खाना
●दिल की धड़कनों का असंतुलित होना या तेज हो जाना
●बैचेनी या नर्वसनेस रहना
● चिड़चिड़ाहट
●नींद ठीक से न हो पाना
●हाथों और उंगलियों में झनझनाहट या कंपकपी
●बहुत पसीना आना
●सामान्य से ज्यादा गर्मी महसूस होना
●मांसपेशियों में कमजोरी
●पेट सम्बन्धी समस्याएं या दस्त लगना
●मासिक चक्र का सामान्य से कम हो जाना
●आंखों में लाली आना, सूजन दिखना आदि।
हायपोथाइरॉइडिज्म के लक्षण:-
●कब्ज़
●ठंड मसहूस होना, जबकि आपके आस पास मौजूद लोगों को ठंड का एहसास भी न हो
●कम खाने पर भी वजन का बढ़ना
●मांसपेशियों में कमजोरी
●जोड़ों में दर्द
●दुखी, निराश या अवसाद का एहसास
●बहुत थकान महसूस होना
●त्वचा का पीला और रूखा होना
●बालों का रूखा और पतला होना
●दिल की गति का धीमा होना
●सामान्य से कम पसीना आना
●आवाज़ में खरखराहट
●चेहरे पर सूजन आना
●पीरियड्स में अधिक खून आना आदि।
थायराइड की समस्या है तो इनसे परहेज करें -
●सफ़ेद नमक ना खाये। हमेशा सेंधा या काला नमक ही खाये।
●नशीले पदार्थो का सेवन ना करे।
●वनस्पति घी का सेवन करने से बचे।
●रेड मीट का सेवन कभी ना करे।
थायराइड की समस्या से बचने के लिए योग -
योगा करने से भी थायराइड की समस्या से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है क्योंकि योगा का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता। योगा शरीर को हमेशा किसी ना किसी रूप में फायदा ही पहुँचाता हैं। रोज सुबह इन योगासनों को आधे या एक घंटे करने से आपको थायराइड का इलाज करने में आसानी होगी।
●हलासन
●मत्स्यासन
●विपरीत करन
थाइरॉइड का होम्योपैथिक उपचार:-
सामान्यतः होमियोपैथी में इलाज रोगी के लक्षणों से निर्धारित होता है लेकिन थाइरॉइड में प्रयोग की जाने वाली मुख्यतः दवाइयां निम्नलिखित हैं
●Thyroidinum 30
●Iodum 30
●Belladonna 30
●Iodum 30
●Natrum carb 30 और lapis albus 30
उपरोक्त सभी दवाइयां बिना किसी होम्योपैथिक डॉक्टर के परामर्श लिए नही लेनी चाहिए.. दवाइयां लेने से पूर्व अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।
डॉ मानसी शर्माहो, म्योपैथिक फिजिशियन।

